घर निर्माण में नींव पूजन की विधि:- नींव भवन की मजबूती का आधार होती है। नींव की खुदाई के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करें। शुभ माह, शुभ तिथि, शुभ नक्षत्र, शुभ दिशा, शुभ लग्न का निर्णय करके ही निर्माण कार्य शुरु करें। नींव भवन की मजबूती का आधार होती है। नींव की खुदाई के लिए शुभ मुहूर्त का चयन करें। शुभ माह, शुभ तिथि, शुभ नक्षत्र, शुभ दिशा, शुभ लग्न का निर्णय करके ही निर्माण कार्य शुरु करें। नींव की खुदाई भूमि पूजन के बाद नींव की खुदाई ईशान कोण से ही प्रारंभ करें। ईशान के बाद आग्नेय कोण की खुदाई करें। आग्नेय के बाद वायव्य कोण, वायव्य कोण के बाद नैऋत्य कोण की खुदाई करें। कोणों की खुदाई के बाद दिशा की खुदाई करें। पूर्व, उत्तर, पश्चिम और दक्षिण में क्रम से खुदाई करें। नींव की भराई नींव की भराई, नींव की खुदाई के विपरीत क्रम से करें। सबसे पहले नेऋत्य कोण की भराई करें। उसके बाद क्रम से वायव्य, आग्नेय, ईशान की भराई करें। अब दिशाओं में नींव की भराई करें। सबसे पहले दक्षिण दिशा में भराई करें। अब पश्चिम ,उत्तर व पूर्व में क्रम से भराई करें। नींव पूजन में कलश स्थापना नींव पूजन में तां...